मौसम विभाग ने तापमान बढ़ने को लेकर नहीं दी ये चेतावनी, वायरल मैसेज फर्जी है
बूम ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक अधिकारी से संपर्क किया. उन्होंने पुष्टि की कि 29 अप्रैल से 2 जून के बीच IMD ने इस तरह की कोई चेतावनी जारी नहीं की है.



सोशल मीडिया पर एक मैसेज बड़े पैमाने पर शेयर किया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि नागरिक सुरक्षा महानिदेशालय (DGCD) और भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश में गर्मी के अत्यधिक बढ़ने को लेकर एक हाई अलर्ट जारी किया है.
इस वायरल मैसेज में 29 अप्रैल से 2 जून के बीच सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच लोगों को बाहर न जाने की सलाह दी गई है क्योंकि इस बीच तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से 55 डिग्री सेल्सियस के बीच बढ़ जाएगा.
मैसेज में नागरिक सुरक्षा महानिदेशालय के हवाले लोगों से कार, गैस सिलेंडर, लाइटर, कार्बोनेटेड ड्रिंक और परफ्यूम जैसी चीजें भी हटाने की सलाह दी गई है, क्योंकि भीषण गर्मी में ये चीजें खतरनाक साबित हो सकती हैं.
बूम ने पाया कि वायरल मैसेज पुराना है. हमने इस संबंध में IMD के एक अधिकारी से भी संपर्क किया जिन्होंने इस दावे का खंडन किया.
फेसबुक पर यह मैसेज खूब वायरल है. नीचे इसका स्क्रीनशॉट देखा जा सकता है.
पोस्ट का लिंक | पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वायरल दावा फर्जी है
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल मैसेज झूठा है. न तो डीजीसीडी और न ही आईएमडी ने ऐसा कोई अलर्ट जारी किया है.
बूम ने इस संबंध में आईएमडी के एक अधिकारी से संपर्क किया. उन्होंने पुष्टि की कि यह मैसेज सच नहीं है.
उन्होंने बताया, "आईएमडी द्वारा अलग-अलग समय के लिए अलग-अलग तरह की सूचनाएं जारी की जाती हैं. इनमें मौसमी और मासिक तापमान, हीटवेव पूर्वानुमान, अगले चार हफ्तों के लिए हर गुरुवार को जारी किए जाने वाले विस्तारित रेंज पूर्वानुमान तथा अगले सात दिनों को कवर करने वाले दैनिक छोटे-से-मध्यम-श्रेणी के पूर्वानुमान शामिल हैं. हालांकि आईएमडी ने 29 अप्रैल से 2 जून के बीच ऐसा कोई अलर्ट जारी नहीं किया है."
हमने गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले डीजीसीडी की आधिकारिक वेबसाइट भी देखी लेकिन इसपर भी हमें ऐसा कोई अलर्ट नहीं मिला. डीजीसीडी की प्राथमिक भूमिका युद्ध और आपदाओं के दौरान आपातकालीन तैयारियों से संबंधित है. इसमें "अंदरूनी इलाकों की रक्षा करना, सशस्त्र बलों का समर्थन करना, नागरिकों को संगठित करना और नागरिक प्रशासन की मदद करना" शामिल है.
यह सीधे तौर पर मौसम पूर्वनुमान या अलर्ट जारी नहीं करता है. इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से आईएमडी की होती है.
इसके अलावा, हमने अंग्रेजी में वायरल मैसेज में कही गई बातों से संबंधित एक कीवर्ड सर्च किया. हमने पाया कि यही मैसेज लिंक्डइन और फेसबुक पर 2023 और 2024 में भी वायरल हो रहा था. हमने यह भी पाया कि मौजूदा वायरल मैसेज इन पुराने पोस्ट का ही नया संस्करण है.
आईएमडी ने क्या जारी किया है?
बूम ने IMD द्वारा 30 अप्रैल 2025 के लिए जारी की गई दैनिक प्रेस विज्ञप्ति की जांच की. इसके जरिए हमें पता चला कि 29 अप्रैल को उच्चतम तापमान 46.3°C था, जो पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर में दर्ज किया गया था.
इसमें बताया गया है कि जम्मू डिवीजन, पश्चिमी राजस्थान और सौराष्ट्र एवं कच्छ के कुछ इलाकों में लू चलने की संभावना है. साथ ही देश के बाकी हिस्सों में तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की उम्मीद नहीं है.
IMD के अनुसार, हीटवेव का अर्थ है "किसी क्षेत्र में सामान्य से अत्यधिक तापमान का दर्ज होना" जो कि खतरनाक और घातक भी हो सकता है यदि लोग लंबे समय तक इसके संपर्क में रहें.
इसके अलावा IMD और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हीटवेव से बचने के लिए कुछ सुरक्षा उपायों की सिफारिश की है, जैसे कि अत्यधिक गर्मी के दौरान घर के अंदर रहना, हाइड्रेटेड रहना, हल्के रंग के ढीले-ढाले सूती कपड़े पहनना, छाता या टोपी का उपयोग करना और इससे संबंधित आधिकारिक चेतावनियों के बारे में जानकारी रखना.