मीडिया ने फेक लेटर के जरिए किया शहबाज शरीफ के अस्पताल में भर्ती होने का दावा
बूम ने पाया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को पाइल्स के कारण अस्पताल में भर्ती किए जाने का दावा करने वाला लेटर फर्जी है और इसे उनके कार्यालय द्वारा जारी नहीं किया गया है.



भारतीय मीडिया आउटलेट ने एक फर्जी लेटर को प्रसारित किया, जिसमें दावा किया गया कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को पहलगाम हमले के बाद बवासीर के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बूम ने पाया कि यह लेटर फेक है और इसमें दिए गए पदों के नाम गलत हैं. इसके अलावा यह प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी आधिकारिक पत्र जैसा नहीं लगता.
टाइम्स नाउ, रिपब्लिक टीवी, न्यूजएक्स, न्यूज 24 हिंदी और न्यूज 18 बांग्ला जैसे कई आउटलेट ने झूठी खबर दी कि अस्पताल से लीक हुए इस सीक्रेट लेटर से पता चलता है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ रावलपिंडी के आर्मी अस्पताल में बवासीर का इलाज करा रहे हैं.
यह लेटर एक्स और फेसबुक पर भी इसी फर्जी दावे के साथ वायरल है. अंग्रेजी भाषा के इस लेटर में 27 अप्रैल 2025 की तारीख और पाकिस्तान के पीएमओ का लोगो मौजूद है. इसके विषय में बताया गया कि ये गोपनीय है और माननीय प्रधानमंत्री के सीएमएच रावलपिंडी में अस्पताल में भर्ती होने से संबंधित है.
इसमें आगे कहा गया है, 'इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के माननीय प्रधानमंत्री को बवासीर के एक मामले से संबंधित चिकित्सा उपचार के लिए भर्ती कराया गया है.... उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.' इस लेटर में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव असद रहमान गिलानी के हस्ताक्षर भी मौजूद हैं.
टाइम्स नाउ की रिपोर्ट में मेंशन लेटर का स्क्रीनशॉट
फैक्ट चेक: वायरल दावा फर्जी है
बूम ने पाया कि वायरल दस्तावेज फर्जी है और पीएमओ, पाकिस्तान द्वारा ऐसा कोई आधिकारिक पत्र जारी नहीं किया गया है.
सबसे पहले हमने पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के अप्रैल 2025 में अस्पताल में भर्ती होने की खबर से संबंधित विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट की तलाश की. हमें अंतरराष्ट्रीय या पाकिस्तानी आउटलेट में इसकी पुष्टि करती कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली.
इसके बाद हमने लेटर में मेंशन प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रधान सचिव के रूप में नामित असद रहमान गिलानी से संबंधित खबरों की तलाश की. हमने पाया कि उन्हें 17 मार्च 2025 को पद से हटा दिया गया था.
पाकिस्तानी आउटलेट DAWN की 18 मार्च 2025 की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि गिलानी को बतौर सचिव राष्ट्रीय विरासत और संस्कृति प्रभाग में ट्रांसफर कर दिया गया है और तब से पीएम के प्रधान सचिव के पद को समाप्त कर दिया गया है.
DAWN रिपोर्टर के अनुसार पीएम शरीफ के नवनियुक्त सलाहकार डॉ. तौकीर शाह हैं. इन्हें संघीय मंत्री का दर्जा प्राप्त है, अब ये उस पद पर काम करेंगे.
बूम ने इसके बाद पाकिस्तानी फैक्ट चेकर एजेंसी जियो फैक्ट चेक से संपर्क किया. उन्होंने बूम के साथ 17 मार्च 2025 का एक लेटर साझा किया, जिसमें गिलानी के पीएमओ से तबादले की पुष्टि की गई थी. जियो फैक्ट चेक ने इस संबंध में पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी से भी संपर्क किया. उन्होंने इसकी पुष्टि की कि वायरल लेटर फेक है.
तबादले वाला लेटर नीचे देखा जा सकता है.
फोटो क्रेडिट: जियो फैक्ट चेक
हमें इस संबंध में DAWN की 29 अप्रैल 2025 की प्रकाशित एक फैक्ट चेक रिपोर्ट भी मिली, जिसमें पाकिस्तान के पीएमओ के एक सूत्र के हवाले से इस दावे का खंडन करते हुए वायरल लेटर को फर्जी बताया गया था.
इसके बाद हमने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की हाल में सार्वजनिक उपस्थिति दिखाने वाली मीडिया रिपोर्ट की भी तलाश की. हमने पाया कि 27 अप्रैल 2025 को शरीफ और पाकिस्तान के अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने इस्लामाबाद में अमेरिकी वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी.
जबकि वायरल लेटर 27 अप्रैल 2025 को ही लिखा गया है और दावा किया गया है कि उस दिन शरीफ अस्पताल में भर्ती थे. हमें 1 मई 2025 की खबरें भी मिलीं, जिनमें प्रधानमंत्री शरीफ द्वारा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों को मजबूत करने के लिए चीनी राजदूत जियांग जेडोंग से मुलाकात की बात कही गई थी.