बलूचिस्तान में तिरंगा यात्रा के फर्जी दावे से गुजरात का वीडियो हुआ वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो गुजरात के सूरत का है, जहां 14 मई 2025 को तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था.



पाकिस्तान स्थित बलूचिस्तान को अलग देश बनाने की उठ रही मांगों के बीच सोशल मीडिया पर वहां तिरंगा यात्रा निकालने के फर्जी दावे से एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है.
बूम ने जांच में पाया कि यह बलूचिस्तान का नहीं बल्कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद गुजरात के सूरत में निकाली गई तिरंगा यात्रा का वीडियो है
जुलूस के इस वायरल वीडियो में लोग हाथों में तिरंगा झंडा लिए जा रहे हैं. इसमें बैंड पर 'सारे जहां से अच्छा' का धुन भी सुना जा सकता है.
फेसबुक पर कई यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे ऑपरेशन सिंदूर के बाद बलूचिस्तान में बलूच सेना द्वारा निकाली गई तिरंगा यात्रा का बताया.

पोस्ट का आर्काइव लिंक.
इसके अलावा यह वीडियो बूम के टिपलाइन नंबर (+91 7700906588) पर भी वेरीफाई करने की रिक्वेस्ट के साथ प्राप्त हुआ.
फैक्ट चेक: वीडियो गुजरात का है
वीडियो को गौर से देखने पर हमने पाया कि इसमें दिख रही ज्यादातर दुकानों के साइनबोर्ड गुजराती में लिखे हुए हैं. ऑपरेशन सिंदूर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बैनर भी गुजराती में ही लिखा है.
इसके अतिरिक्त इसमें दिख रही महिलाएं भारतीय परिधान में नजर आ रही हैं. वीडियो में एक ड्रम पर 'सैफी स्काउट सूरत' लिखा हुआ है. इन संकेतों से हमें अंदेशा हुआ कि वीडियो बलूचिस्तान का नहीं बल्कि गुजरात के सूरत का है.

यहां से लीड लेकर हमने गुजरात के सूरत में निकाली गई तिरंगा यात्रा से संबंधित रिपोर्ट की तलाश की. एक स्थानीय यूट्यूब चैनल और न्यूज 18 गुजराती के यूट्यूब चैनल पर हमें इससे संबंधित 14 मई 2025 की वीडियो रिपोर्ट मिली.
रिपोर्ट के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल के नेतृत्व में सूरत के भागल चार रास्ता से चौक बाजार तक यह तिरंगा यात्रा निकाली गई थी. इन वीडियो रिपोर्ट में वायरल वीडियो के विजुअल देखे जा सकते हैं.
असल में ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम को लेकर 12 मई को प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद भारतीय जनता पार्टी ने 13 मई से 23 मई के बीच तिरंगा यात्रा निकालने का आह्वान किया. इसका उद्देश्य ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को सेलिब्रेट करना और भारतीय सशस्त्र बलों के पराक्रम को सम्मानित करना था, जिसके बाद देशभर में तिरंगा यात्राएं आयोजित की गईं.
सूरत में यह यात्रा 14 मई 2025 को शहर के भागल से चौक बाजार तक निकाली गई, जिसमें केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल, कलेक्टर डॉ. सौरभ पारधी समेत सभी समुदायों के लोग शामिल हुए.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बताया गया कि कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण दाऊदी बोहरा समुदाय से संबंधित 'सैफी स्काउट सूरत' का म्यूजिक बैंड था, जो भागल चौराहे से यात्रा का नेतृत्व करता हुआ दिखाई दिया. वायरल वीडियो में भी इस बैंड को देखा जा सकता है.
पुष्टि के लिए हमने वायरल वीडियो में दिख रहे लोकेशन की भी तलाश की जिसका स्ट्रीट व्यू नीचे देखा जा सकता है. इसमें वायरल वीडियो वाली दुकानें और वही बिल्डिंग मौजूद है.