आतंकवादियों के पकड़े जाने के झूठे दावे से मॉक ड्रिल का वीडियो वायरल
बूम ने पाया कि दोनों वायरल वीडियो मॉक ड्रिल का हिस्सा हैं. भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच संभावित खतरे से निपटने के लिए इनका आयोजन किया गया था.



सोशल मीडिया पर मुंबई और नैनीताल में हाल ही में आयोजित मॉक ड्रिल के वीडियो वास्तविक घटनाओं के दावे से वायरल हैं.
भारत पाकिस्तान सैन्य संघर्ष के मद्देनजर सुरक्षा तैयारियों को परखने के लिए जगह-जगह मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है.
वीडियो: एक
कैंचीधाम के दावे से वायरल एक वीडियो में सुरक्षाकर्मी कुछ लोगों को पकड़कर ले जाते दिख रहे हैं, जिनके चेहरे कपड़े से ढके हुए हैं.
फेसबुक पर इसे शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'हर वक्त हर जगह सेना या कोई और नहीं मौजूद रह सकता कैंची धाम में श्रद्धालुओं की सतर्कता सजगता से बिना किसी नुकसान के आतंकी पकड़े गए..'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
इंस्टाग्राम पर भी यह वीडियो इसी दावे से वायरल है. इसका आर्काइव लिंक यहां देखें.
वीडियो: दो
एक अन्य मॉक ड्रिल के वीडियो के साथ दावा किया गया कि मुंबई के उपनगरीय क्षेत्र पवई में कमांडो ने एक आतंकी को मार गिराया गया.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
इस फेसबुक यूजर ने इसी घटना से संबंधित एक और वीडियो को भी इसी दावे से शेयर किया है.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
इसके अलावा बूम के टिपलाइन नंबर (+91 7700906588) पर भी ये वीडियो वेरीफाई करने की रिक्वेस्ट के साथ प्राप्त हुए हैं.
फैक्ट चेक: वायरल वीडियो मॉक ड्रिल का है
जांच के दौरान हमें कैंचीधाम और पवई में आतंकियों को पकड़े जाने या मारे जाने से संबंधित कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली, जिससे हमें अंदेशा हुआ कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है.
कैंचीधाम वाले वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यूट्यूब पर ऐसे कई वीडियो मिले, जिनमें इसे कैंचीधाम में आयोजित मॉक ड्रिल का बताया गया था.
आगे संबंधित कीवर्ड सर्च के जरिए हमें इससे जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट भी मिलीं. न्यूज 18 हिंदी की 11 मई 2025 की रिपोर्ट में बताया गया कि नैनीताल के कैंची धाम क्षेत्र में 10 मई को मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस, एसडीआरएफ, अग्निशमन विभाग, एटीएस और क्यूआरटी ने भाग लिया. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के विजुअल देखे जा सकते हैं.
ईटीवी भारत की रिपोर्ट के मुताबिक, एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्र और सीओ प्रमोद साह के नेतृत्व में आयोजित इस मॉक ड्रिल में सुरक्षाबलों ने एक काल्पनिक आतंकवादी हमले की स्थिति को क्रिएट किया. यह मॉक ड्रिल संभावित खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों का परीक्षण करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी.
दूसरे वीडियो की जांच के दौरान हमने पाया कि फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर कई यूजर ने इससे मिलते-जुलते विजुअल वाले वीडियो को पवई में हुए मॉक ड्रिल का बताया था. एक यूजर ने इसके साथ लिखा कि यह डी-मार्ट के पास साकीनाका पुलिस द्वारा की गई एक मॉक ड्रिल का हिस्सा है.
Chandivali Citizens Welfare Association के एक्स हैंडल से भी गलत दावे से वायरल हो रहे वीडियो का खंडन किया गया और इसे 13 मई को आयोजित मॉक ड्रिल का बताया गया. इस हैंडल पर मॉकड्रिल से जुड़े अन्य वीडियो भी शेयर किए गए हैं. यहां और यहां देखें.
साकी नाका पुलिस के आधिकारिक एक्स हैंडल पर भी इससे संबंधित पोस्ट देखा जा सकता है. एक पोस्ट में मराठी कैप्शन में बताया गया कि दिनांक 13 मई 2025 को दोपहर करीब 12.00 बजे नाहर अमृत शक्ति, डी मार्ट, चांदीवली, साकीनाका मुंबई 400072 में साकीनाका पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया.