महाराष्ट्र में पारिवारिक विवाद से जुड़ा वीडियो बच्ची के किडनैप के दावे से वायरल
बूम को महाराष्ट्र पुलिस ने बताया कि वीडियो एक पारिवारिक विवाद का है. घटना अप्रैल 2025 की है, जब मुंबई से पुणे जा रहा एक परिवार रास्ते में डिनर के लिए रूका था तभी पती-पत्नी के बीच आपसी विवाद हो गया.



सोशल मीडिया पर वायरल सीसीटीवी वाले एक वीडियो को लेकर दावा किया गया कि मुंबई-पुणे हाईवे पर कुछ लोग एक बच्ची को किडनैप कर ले गए. सोशल मीडिया पर लोगों को जिहादी लिखते हुए मामले को सांप्रदायिक रंग भी दिया गया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह सांप्रदायिक दावा गलत है. वायरल वीडियो अप्रैल 2025 में महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवड में हुए एक पारिवारिक विवाद का है. बूम को चिंचवड पुुलिस ने बताया कि पारिवारिक विवाद का मामला होने के कारण किसी ने कोई केस भी नहीं दर्ज कराया था.
फेसबुक पर एक यूजर ने इस घटना के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'यह विडियो मुम्बई पुणे हाईवे का है. देखिये कैसे एक बच्ची को गाड़ी से उतरकर जिहादी उठाकर ले गये और उनको देखकर एक कुत्ता उनके ऊपर भौंक रहा है लेकिन दुनिया ऐसी हो गई है कि जानवरों की प्रक्रिया का भी उनपर कोई असर नहीं होता अपने में ही हर कोई व्यस्त है. सामने खड़े होकर देख रहे हैं इस स्वार्थी लोग इस दुनिया में.'
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल की. वायरल वीडियो को गूगल लेंस से सर्च करने पर हमें TOP NEWS MARATHI नाम के एक यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो मिला. इसमें बताया गया कि यह वीडियो पिंपरी-चिंचवड में हुए एक पारिवारिक विवाद का है.
इसी जानकारी से संबंधित मराठी कीवर्ड से गूगल पर सर्च करने पर हमें इस घटना की अप्रैल 2025 की कई और मीडिया रिपोर्ट भी मिलीं. इन रिपोर्ट में वायरल वीडियो वाले विजुअल भी हैं.
लोकसत्ता की 5 अप्रैल 2025 की रिपोर्ट में बताया गया कि मुंबई से पुणे जा रहा एक परिवार सोमाटने फाटा टोल बूथ के पास पर डिनर के लिए रूका था तभी वहां पति-पत्नी में किसी बात पर बहस हो गई थी.
रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से लिखा गया कि यह घरेलू विवाद की घटना थी. पति-पत्नी के बीच आपसी विवाद हो गया था .
इस रिपोर्ट में यह भी लिखा गया कि यह वीडियो अपहरण की घटना का नहीं है. दरअसल यह सीसीटीवी वाला वीडियो पहले इस दावे से रिपोर्ट हुआ था कि चिंचवड शहर के कालभोर नगर इलाके से स्कॉर्पियो में सवार तीन लोगों ने एक महिला का अपहरण कर लिया. हालांकि पुलिस को इस पर संदेह हुआ और मामले की जांच की पाया गया कि यह पारिवारिक विवाद का मामला था.
मामले पर अधिक स्पष्टिकरण के लिए बूम ने इस क्षेत्र के पिंपरी पुलिस स्टेशन संपर्क किया. सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कठलाग ने हमें बताया कि यह घटना लगभग एक महीने पुरानी है. उन्होंने कहा, "यह पारिवारिक विवाद का मामला था. यह एक हिंदू फैमली थी. इस मामले पर कोई एफआईआर भी दर्ज नहीं हुई थी."
लोकसत्ता की इस वीडियो रिपोर्ट में वायरल वीडियो वाले विजुअल के साथ इस पूरे मामले को समझाया गया है.