पहलगाम आतंकी हमले में पीड़ितों के दावे से फर्जी सूची वायरल
बूम से बातचीत में जम्मू रक्षा विभाग के जन संपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट ने वायरल सूची को फेक बताया है.



पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों के नाम की एक फेक लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल है. सूची को न्यूज चैनल इंडिया टीवी के हवाले से शेयर किया जा रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि सूची का कोई भी नाम पहलगाम हमले के मृतकों की आधिकारिक लिस्ट से मेल नहीं खाता है. बूम से बातचीत में जम्मू रक्षा विभाग के जन संपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने भी वायरल सूची को फेक बताया है.
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग स्थित पहलगाम के बैसरन घाटी में 22 अप्रैल 2025 को आतंकी हमले में एक विदेशी नागरिक और स्थानीय गाइड समेत 26 लोगों की मौत हो गई. पीड़ित परिवारों का आरोप है कि आतंकियों ने विशेष रूप से हिंदू पुरुष पर्यटकों को निशाना बनाया. हमले के विचलित कर देने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं.
हमले में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट की संलिप्तता सामने आने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद गरमा गया है. भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को स्थगित करने का फैसला किया है. इसके संबंध में भारत ने 24 अप्रैल की रात को पाकिस्तान को आधिकारिक पत्र भेजकर जानकारी दी है.
एक फेसबुक यूजर ने इस सूची को शेयर करते हुए लिखा है, पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वालों की पूरी सूची इंडिया टीवी के सौजन्य से प्रस्तुत है...

फैक्ट चेक
वायरल सूची की जांच के लिए हमने मीडिया रिपोर्ट में शामिल नामों की पड़ताल की. इंडिया टुडे की 24 अप्रैल की रिपोर्ट में आधिकारिक लिस्ट के हवाले से बताया गया, पहलगाम हमले में भारत के अलग-अलग राज्यों से आए 24 लोग, एक नेपाली पर्यटक और एक स्थानीय कश्मीरी की मौत हुई है. रिपोर्ट में 26 मृतकों के नाम की सूची भी शामिल है.

इसके अलावा लाइव मिंट और इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में भी यही लिस्ट शामिल है. यहां और यहां देखें
मृतकों में भारतीय नौसेना के अधिकारी विनय नरवाल, भारतीय वायुसेना के कार्पोरल टागे हैलियांग और इंटेलीजेंस ब्यूरो से जुड़े अधिकारी मनीष रंजन भी शामिल हैं. इसके अलावा पर्यटकों को आतंकियों से बचाने की कोशिश कर रहे स्थानीय निवासी सैयद आदिल हुसैन भी इस हमले में मारे गए.
वायरल सूची फेक है: जम्मू रक्षा विभाग, पीआरओ
हमने जम्मू रक्षा विभाग के जन संपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल से संपर्क किया. उन्होंने वायरल सूची को फेक बताते हुए सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे का खंडन किया है. उन्होंने बूम को आधिकारिक लिस्ट भी उपलब्ध कराई जिसमें मीडिया रिपोर्ट में शामिल नामों का ही जिक्र है.
इसके अलावा इंडिया टीवी न्यूज चैनल ने भी बूम से बातचीत में वायरल सूची को फेक बताया.
वायरल लिस्ट में अलग-अलग घटना के नाम शामिल
हमने वायरल सूची के कुछ नामों को गूगल पर सर्च किया. लिस्ट में 12 वें नंबर पर लिखे नाम मोहसिन शेख को महाराष्ट्र के साथ सर्च करने पर हम 2014 के मॉब लिंचिंग से जुड़े केस पर पहुंचे. जून 2014 में पुणे में इंजीनियर मोहसिन शेख की हत्या का मामला सामने आया था. मोहसिन 2 जून 2014 को अपने मित्र रियाज अहमद के साथ शाम की नमाज पढ़कर लौट रहे थे. इसी दौरान हिंदू राष्ट्र सेना के कथित सदस्य उन्हें घेर कर पीटने लगे . अस्पताल में इलाज के दौरान मोहसिन की मौत हो गई थी. साल 2023 में मामले में पुणे की सत्र अदालत ने सभी 21 आरोपियों को बरी कर दिया था.
सूची में 6 वें नंबर पर स्थित रमेश यादव, उत्तर प्रदेश को सर्च करने पर हमें सपा नेता की पीटकर हत्या कर देने से जुड़ी खबर मिली. यूपी के लखीमपुर के गांव ढंढेल-मुस्तफाबाद निवासी समाजवादी युवजन सभा के विधानसभा उपाध्यक्ष रमेश यादव की 30 जनवरी 2024 की देर रात हत्या कर दी गई थी. उन पर लाठी और धारदार हथियारों से हमला किया गया था. इस मामले में उचौलिया थाना पुलिस ने 10 लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया था.
लिस्ट में 15 वें नंबर पर शामिल दीपक वर्मा, उत्तर प्रदेश को सर्च करने पर हम एक लाख के इनामी वांटेड की पुलिस एनकाउंटर में हत्या से जुड़ी खबर पर पहुंचे. पुलिस ने 13 सितंबर 2021 को वाराणसी के चौबेपुर थाने के बरियासनपुर गांव में दीपक वर्मा का एनकाउंटर कर दिया था. दीपक वर्मा के खिलाफ वाराणसी के लक्सा समेत अन्य थानों और आसपास के जिलों में कुल 23 मुकदमे दर्ज थे.