दिल्ली में बकरीद पर कुर्बानी के लिए बंधी गाय के गलत दावे से वीडियो वायरल
दिल्ली पुलिस ने कुर्बानी के लिए सड़क पर गाय बांधने के दावे को झूठा और निराधार बताया है.

बकरीद के मौके पर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में कुर्बानी के लिए सड़क पर गाय बांधने के गलत दावे से वीडियो वायरल है.
बूम ने पाया कि दिल्ली पुलिस ने वायरल दावे का खंडन किया है. वहीं गाय के मालिक मोहम्मद सगीर ने भी बूम को बताया कि उन्होंने घरेलू उद्देश्य से मवेशी पाले हैं और वह सुरक्षित हैं.
सोशल मीडिया पर क्या है दावा?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (आर्काइव लिंक) पर यह वीडियो वायरल है. सुदर्शन न्यूज ने भी अपने एक्स हैंडल पर यही वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि सरकार के आदेश के बावजूद नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में गायों को कुर्बानी के लिए खुलेआम बांधकर रखा गया है. (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला:
दिल्ली पुलिस ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि बछड़े की कुर्बानी दावा गलत है. बूम को गाय के मालिक ने बताया कि उन्होंने घरेलू उद्देश्य से गाय भैंस पाली हुई हैं.
बूम से बातचीत में मोहम्मद सगीर ने बताया कि उन्होंने घरेलू उद्देश्य से गायें पाली हैं. उन्होंने कहा, "यह बकरीद के दिन की बात है. हमारे पास एक गाय और एक भैंस है. गाय का बछड़ा घर के बाहर बंधा था. इस पर दो पुलिसकर्मी आए तो उन्होंने इसे घर के अंदर ले जाने को कहा. इसके बाद वे चले गए. गाय और बछड़ा अभी भी घर में सुरक्षित हैं. वह कुर्बानी के लिए नहीं था."
हमें सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के रिप्लाई में DCP नॉर्थ ईस्ट का एक एक्स पोस्ट मिला, जिसमें कहा गया कि ईद के मौके पर गाय के बछड़े की कुर्बानी का दावा झूठा और निराधार है. पोस्ट में बताया गया, 'श्री राम कॉलोनी में रहने वाले मोहम्मद सगीर के पास गाय और भैंसे हैं. वीडियो में दिख रहा बछड़ा सुरक्षित पाया गया है.’ यह पोस्ट 7 जून को दोपहर 3 बजे शेयर किया गया था.
एक अन्य एक्स पोस्ट में दिल्ली पुलिस ने सगीर के घर पर बंधे बछड़े की तस्वीर भी शेयर की.
बकरीद के लिए दिल्ली सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसके तहत गाय, बछड़े, ऊंट और अन्य प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी पर पूरी तरह रोक लगाई गई थी. इसके अलावा सार्वजनिक स्थलों जैसे सड़क, गली या किसी खुली जगह पर भी कुर्बानी करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था.