HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फास्ट चेक

बीजेपी पार्षद द्वारा पुलिसकर्मी की पिटाई का पुराना वीडियो गलत दावे से वायरल

बूम ने जांच में पाया कि वीडियो में पुलिस के साथ मारपीट करता शख्स मेरठ से बीजेपी पार्षद मुनीष था. वीडियो के साथ किया जा रहा विधायक मंसूर मोहम्मद वाला दावा गलत है.

By -  Jagriti Trisha |

24 March 2025 6:00 PM IST

Claim

सोशल मीडिया पर एक शख्स द्वारा पुलिसकर्मी के साथ की गई मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा है. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि बंगाल के विधायक मंसूर मोहम्मद दिमीर ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी. वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक.

Fact

बूम ने जांच में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करता यह शख्स मेरठ से भारतीय जनता पार्टी पार्षद मुनीष था. यह वीडियो इससे पहले साल 2024 में भी इसी मिलते-जुलते दावे से वायरल था. बूम ने तब भी इसका फैक्ट चेक किया था.

इंडिया टुडे की 20 अक्टूबर 2018 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना 19 अक्टूबर 2018 की है. मेरठ स्थित परतापुर थाना के मोहिद्दीनपुर चौकी के इंचार्ज सुखपाल अपनी महिला मित्र के साथ एक होटल में खाना खाने पहुंचे थे, जहां होटल के एक स्टाफ के साथ उनका विवाद हो गया.

विवाद बढ़ने पर होटल के मालिक और स्थानीय बीजेपी पार्षद मुनीष उर्फ मिंटू मौके पर पहुंचे और उन्होंने सब-इंस्पेक्टर की पिटाई कर दी. हालांकि सब-इंस्पेक्टर साथ मौजूद महिला की शिकायत के आधार पर आरोपी नेता को गिरफ्तार कर लिया गया था.

न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपने एक्स पर 20 अक्टूबर 2018 को इसका वीडियो शेयर किया था. एएनआई ने भी सब-इंस्पेक्टर के साथ मारपीट करने वाले इस शख्स की पहचान बीजेपी पार्षद मुनीष के रूप में की थी.

अमर उजाला की 2 नवंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक सीजेएम कोर्ट ने पार्षद को जमानत पर रिहा कर दिया था. हमने अपनी जांच में यह भी पाया था कि साल 2021 में इस नेता की मौत हो गई थी. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें-  


Tags:

Related Stories